"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"
आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।
हम किस तरह के शत्रु के साथ युद्ध कर रहे हैं?
Spiritual Warfare Enemy? हम किस तरह के शत्रु के साथ युद्ध कर रहे हैं? (What Kind Of Enemy Are We In Warfare With?) पिछले लेख आत्मिक युद्ध में हमने सीखा कि हमारा एक शत्रु है, जो निरंतर हमें नाश करने की ताक में रहता है। वह झूठा, हत्यारा, निरंतर परमेश्वर के लोगों पर दोष...
Protected: प्रलोभनों पर विजय कैसे पाएं?
Password Protected
To view this protected post, enter the password below:
Understanding Spiritual Warfare (आत्मिक युद्ध)
मसीह में मेरे प्रियो, आशा करता हूँ कि आप सभी प्रभु की कृपा से ठीक होंगे। इन दिनों हम आत्मिक युद्ध (Understanding Spiritual Warfare) के बारे में सीख रहे हैं और यहाँ मैं आपके साथ कुछ नोट साझा कर रहा हूँ। मुझे उम्मीद है कि इससे आपको लाभ होगा। इसका ज्यादा लाभ आपको तब...
आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?
क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10
Study It (Know)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?
Practice It (Be)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?
Teach It (Do)
एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?