"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"

आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।

Understanding Spiritual Warfare (आत्मिक युद्ध)

Understanding Spiritual Warfare (आत्मिक युद्ध)

मसीह में मेरे प्रियो, आशा करता हूँ कि आप सभी प्रभु की कृपा से ठीक होंगे। इन दिनों हम आत्मिक युद्ध (Understanding Spiritual Warfare) के बारे में सीख रहे हैं और यहाँ मैं आपके साथ कुछ नोट साझा कर रहा हूँ। मुझे उम्मीद है कि इससे आपको लाभ होगा। इसका ज्यादा लाभ आपको तब...

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मसीही जीवन में दुःख के मुख्य कारण क्या हैं?

मसीही जीवन में दुःख के मुख्य कारण क्या हैं?

हमारे पास कुछ मुख्य सवाल हैं, मसीही जीवन में दुःख क्यों आते हैं? मसीही जीवन में दुःख के मुख्य कारण क्या हैं? (The Causes of Suffering) Why Christians Experience Suffering? दुःख मानव जीवन का एक जटिल और चुनौतीपूर्ण पहलू है, और बाइबल में इसे विभिन्न तरीकों से दर्शाया गया...

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हर परिस्थिति में धन्यवादी कैसे बने रहें?

हर परिस्थिति में धन्यवादी कैसे बने रहें?

हर परिस्थिति में धन्यवादी कैसे बने रहें? हर हालात में धन्यवाद कैसे करें? धन्यवादी मसीही जीवन के बारे में बाइबल क्या कहती है? (What does the Bible say about the thankful Christian life?) क्यों हमें परमेश्वर का धन्यवादी रहना है? हमें क्यों परमेश्वर के आभारी होना है?...

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आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?

क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10

Study It (Know)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?

Practice It (Be)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?

Teach It (Do)

एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?