"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"
आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।
तलवार विधि से बाइबल अध्ययन कैसे करें? (Sword Method)
तलवार विधि बहुत ही आसान और प्रसिद्ध बाइबल अध्ययन करने का एक तरीका है। जहां काफी सारे मसीही लोग इस विधि को बाइबल अध्ययन करते वक़्त इस्तेमाल करते हैं वहीं कई लोग इस विधि को नहीं जानते हैं।
हे प्रभु, कब तक? (O Lord How Long?)
क्या आपके जीवन में कभी ऐसा समय आया है जब आपने यह पूछा हो कि, “हे प्रभु, कब तक?” ये संघर्ष और निराशा “कब तक” चलेगी? ये आर्थिक समस्याएं कब तक चलेंगी? ये स्वास्थ्य की परेशानी कब तक रहेगी? संबंधों में ये मुश्किलें कब तक रहेंगी? हमारे परिवार में कब तक सब अच्छा होगा? कब तक मेरे जीवन मेरे परिवार में शांति होगी, कब तक कुशल होगा?
एक मसीही के लिए आज्ञाकारिता आवश्यक क्यों है?
क्या प्रभु यीशु की आज्ञा मानना जरूरी है? आखिर ऐसा क्यों है? इसका क्या कारण है? आइए प्रभु यीशु द्वारा दिए गए उदाहरण से इसे समझते हैं। क्योंकि आज्ञाकारिता कोई विकल्प नहीं है पर यह एक आज्ञा है और यह आवश्यक है।
आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?
क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10
Study It (Know)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?
Practice It (Be)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?
Teach It (Do)
एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?