"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"
आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।
मसीही अगुवापन क्या है? (Christian Leadership)
मसीही अगुवापन क्या है? (What Is Christian Leadership?) अनुशासन के लिए अगुवापन की आवश्यकता होती है। बिना अगुवे के हम शिष्यों की कल्पना भी नहीं कर सकते। प्रभु यीशु ने अपने सभी अनुयायियों को एक अगुवे बनने के लिए, अपने राज्य के लोगों को प्रभावित करने के लिए बुलाया है। एक...
मसीही शिष्यता क्या है? (Christian Discipleship)
मसीही शिष्यता क्या है? (What is Christian Discipleship?) कैसे एक मसीही शिष्य को पहचाने? Discipleship या शिष्यता क्या है? - सच्ची शिष्यता उस वक़्त शुरू होती है जब मनुष्य का नया जन्म होता है। (2 Corinthians 5 :17) यानि जब वह मान लेता है कि परमेश्वर के सम्मुख वह एक पापी...
बाइबल खराई के बारे में क्या कहती है? (Integrity)
बाइबल खराई के बारे में क्या कहती है? (What does the Bible Say about Integrity?) खराई अतिआवश्यक क्यों है? खराई क्या है? खराई ईमानदार होने और मजबूत नैतिक सिद्धांतों की गुणवत्ता है। संपूर्ण और अविभाजित होने की अवस्था को खराई कहते हैं। खराई मजबूत नैतिक सिद्धांतों और...
आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?
क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10
Study It (Know)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?
Practice It (Be)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?
Teach It (Do)
एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?