"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"
आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।
मसीही जीवन में मसीह में कैसे चलें? (Walking In Christ)
मसीही जीवन में मसीह में कैसे चलें? (Walking In Christ) हम सबने एक यात्रा शुरू की है, एक अनंत यात्रा। ये यात्रा उस दिन शुरू हुई जब हमने यीशु को अपना मुक्तिदाता के रूप में स्वीकार किया और उस पर विश्वास किया। चलना।नए जीवन में चलना।वचन में चलना।विश्वास में चलना।प्रार्थना...
Walking Away From God (Luke 15:11-24)
Walking Away From God. (Luke 15:11-24) The Prodigal Son. क्या होगा जब हम पिता की इच्छा से या उसकी उपस्थिति से दूर जाते हैं? अगर आप भी इस दुनियां के चकाचौंध में निरन्तर परमेश्वर से दूर होते जा रहे हैं और आप हर दिन अपनी ही इच्छा से जीना चाह रहे हैं तो निश्चित ही आपको...
परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य बने रहें।
परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य बने रहें। (Be Faithful With What God Has Given You) परमेश्वर ने आपको जो भी सौंपा है आपको उसमें विश्वासयोग्य बने रहना है। स्वर्ग और पृथ्वी जो कुछ भी उसमें है सब परमेश्वर का है। जगत और उसमें निवास करने वाले भी। (Psalms 24:1) आप अपने नहीं...
आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?
क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10
Study It (Know)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?
Practice It (Be)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?
Teach It (Do)
एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?