"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"
आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।
क्या तुम नहीं जानते कि…? (You Must Know These Things)
क्या तुम नहीं जानते कि…? (You Must Know These Things) (1 कुरिन्थियों 6:1-20) मसीही होने के नाते हमें बहुत सी बातें मालूम होना चाहिए क्योंकि परमेश्वर के वचन के अनुसार यह बात स्पष्ट है कि बिना ज्ञान के परमेश्वर की प्रजा विनाश की ओर अग्रसर है। (होशे 4:6) परंतु यह भी...
आत्मिक जीवन क्या है? आत्मिक जीवन कैसे जीयें?
आत्मिक जीवन क्या है? (Spiritual Life) आत्मिक जीवन कैसे जीयें? (How Do We Live a Spiritual Life?) सर्वप्रथम मुझे खुशी है कि आप अपने आत्मिक जीवन (Spiritual Life) में बढ़ना चाहते हैं, उसको जीना चाहते हैं। सच में इस प्रकार की सोच आना ये दर्शाता है कि आप अपने आत्मिक जीवन...
शिष्यता के लिए एक अद्भुत बुलाहट (मती 11:28-30)
हम विश्राम लेने के लिए बुलाए गए हैं। हम सेवा करने के लिए बुलाए गए हैं। हम सीखने के लिए बुलाए गए हैं।
आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?
क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10
Study It (Know)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?
Practice It (Be)
एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?
Teach It (Do)
एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?