"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"

आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।

पाँच उंगली प्रार्थना नमूना (Praying with Five Fingers)

पाँच उंगली प्रार्थना नमूना (Praying with Five Fingers)

पाँच उंगली प्रार्थना नमूना (Praying with Five Fingers), प्रार्थना का एक सरल तरीका है जो आपको प्रार्थना करने के लिए चीजों की पांच अलग-अलग श्रेणियों को याद रखने में मदद करती है, जिनमें से प्रत्येक आपके हाथ की एक उंगली से जुड़ी होती है। यहां बताया गया है कि आप पांच...

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यहोशू से नेतृत्व के लिए हम क्या सीख सकते हैं?

यहोशू से नेतृत्व के लिए हम क्या सीख सकते हैं?

यहोशू से नेतृत्व के लिए हम क्या सीख सकते हैं? (Leadership Lessons From Joshua) (यहोशू 1:1-24:33) मसीह यीशु में मेरे प्रिय, इन दिनों में जब मैं एक अगुवापन (Leadership) के दृष्टिकोण से यहोशू की पुस्तक का अध्ययन कर रहा था, कि कैसे एक अगुवे के रूप में जीना है जो निरंतर...

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कालेब के विश्वासयोग्य जीवन से सेवकाई के लिए सबक

कालेब के विश्वासयोग्य जीवन से सेवकाई के लिए सबक

कालेब के विश्वासयोग्य जीवन से सेवकाई के लिए सबक। (Faithful Life Of Caleb) (यहोशू 14:6-15, गिनती 13:1-33) इन दिनों में जब मैं यहोशू के जीवन से सीख रहा हूँ, आज प्रभु ने एक और विश्वासयोग्य व्यक्ति को मेरे सामने लाया। इसके जीवन से आज हम कुछ प्रेरणा लेंगे कि किस प्रकार...

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आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?

क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10

Study It (Know)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?

Practice It (Be)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?

Teach It (Do)

एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?