"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"

आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।

प्रार्थना अनंत को छू लेती है।

प्रार्थना अनंत को छू लेती है।

प्रार्थना अनंत को छू लेती है। (Prayer Grasps Eternity) यह लेख "आत्म जागृति में देरी क्यों?" (Why Revival Tarries? By Leonard Ravenhill) नामक पुस्तक से लिया गया है। जो लियोनार्ड रेवनहिल द्वारा लिखा गया है। इसमें हम आज प्रार्थना के महत्व को जानेंगे कि प्रार्थना एक मसीही...

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संपूर्ण शक्ति के साथ पवित्र आत्मा का अभिषेक प्राप्त करो।

संपूर्ण शक्ति के साथ पवित्र आत्मा का अभिषेक प्राप्त करो।

संपूर्ण शक्ति के साथ पवित्र आत्मा का अभिषेक प्राप्त करो। आइए "आत्म जागृति में देरी क्यों?" का अध्ययन साथ में करें!… संपूर्ण शक्ति के साथ पवित्र आत्मा का अभिषेक प्राप्त करो। आजकल की कलीसिया में प्रार्थना सभा का स्थान एक "उपेक्षित सेविका" के समान है। परमेश्वर की यह...

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आत्म जागृति में देरी क्यों? (Why Revival Tarries?)

आत्म जागृति में देरी क्यों? (Why Revival Tarries?)

आत्म जागृति में देरी क्यों? (Why Revival Tarries?) आज आत्म-जागरण क्यों नहीं हो रहा है? आज संसार में इतना अंधकार क्यों है? क्यों आत्माएँ विनाश की ओर जा रही हैं? यदि मैं इन सवालों का जवाब दूँ तो मैं यही कह सकता हूँ… कि आत्म जागृति में देरी इसलिए है क्योंकि जिनको...

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आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?

क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10

Study It (Know)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?

Practice It (Be)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?

Teach It (Do)

एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?