"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"

आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।

लक्ष्य निर्धारण महत्वपूर्ण क्यों है? (Goal Setting)

लक्ष्य निर्धारण महत्वपूर्ण क्यों है? (Goal Setting)

लक्ष्य निर्धारण महत्वपूर्ण क्यों है? (Why Goal Setting Is Important?) मसीह में मेरे प्रियों, आज हम अपने जीवन के लिए लक्ष्य निर्धारण के महत्व को समझेंगे। इस दुनियां में जब हम हर चीज को, जीव जंतुओं को, पेड़-पौधों को सुव्यवस्थित तरीके में पाते हैं, तो इतना अंदाजा आसानी...

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क्रूस की कथा क्या है? (The Message Of The Cross)

क्रूस की कथा क्या है? (The Message Of The Cross)

क्रूस की कथा क्या है? (The Message Of The Cross) क्रूस की कथा में मानवजाति के लिए क्या संदेश है? प्रेरित पौलुस मसीह के सुसमाचार के अगम्य धन को सुनाने के लिए इतने उत्साहित हैं कि आप उन्हें बार-बार ये कहते हुए पाएंगे कि मसीह ने मुझे सुसमाचार सुनाने के लिए भेजा है और यह...

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एक फलवन्त मसीही जीवन कैसे जीयें?

एक फलवन्त मसीही जीवन कैसे जीयें?

एक फलवन्त मसीही जीवन कैसे जीयें? एक मसीही होने के नाते हमारे लिए परमेश्वर की यही इच्छा है कि हम एक फलवन्त मसीही जीवन (Fruitful Christian Life) जीयें। एक ऐसा जीवन जीयें, जो दूसरों के लिए आशीष का कारण हो, जो एक आदर्श जीवन हों और यह जीवन, प्रभु यीशु के पीछे चलने से हम जी...

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आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?

क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10

Study It (Know)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?

Practice It (Be)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?

Teach It (Do)

एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?