"मसीहत परमेश्वर के साथ एक रिश्ता है।"

आशा है कि यहां पर उपलब्ध संसाधन आपकी आत्मिक उन्नति के लिए सहायक उपकरण सिद्ध होंगे। आइए साथ में उस दौड़ को पूरा करें, जिसके लिए प्रभु ने हम सबको बुलाया है। प्रभु का आनंद हमारी ताकत है।

आप किसे यीशु के पास ला रहे हैं?

आप किसे यीशु के पास ला रहे हैं?

Whom Are You Bringing To Jesus? आज आप किसे यीशु के पास ला रहे हैं? आज हमें वो क्रूस का सन्देश लोगों तक पहुँचाने कि जरुरत है जो उनका उद्धार करने की सामर्थ रखता है। इसके लिए हमारे जीवन को तरस से भरा होना आवश्यक है, हमें स्थिर होना जरुरी है, एक दूसरे का सहयोग करना है, रचनात्मक होना है, जोख़िम उठाने वाले बनना है और विश्वास से भरे हुए व्यक्ति बनना है।

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प्रभु यीशु मसीह (Lord Jesus Christ)

प्रभु यीशु मसीह (Lord Jesus Christ)

प्रभु यीशु मसीह (Lord Jesus Christ) इस शीर्षक का अर्थ क्या है? बहुत बार बिना शब्दों के अर्थ को जानकर उनका उच्चारण हमारे लिए बहुत आसान हो जाता है। वैसा ही कई बार, कई मसीहियों के लिए भी "प्रभु यीशु मसीह" (Lord Jesus Christ) एक ऐसा शीर्षक बन जाता है, जिसे वे बिना अर्थ...

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परीक्षणों से अगुवे की तैयारी (Preparation Of A Leader)

परीक्षणों से अगुवे की तैयारी (Preparation Of A Leader)

परीक्षणों से अगुवे की तैयारी। (The Preparation Of A Leader Through Tests) परमेश्वर किसी अगुवे के जीवन में परीक्षण क्यों लाता है? परमेश्वर किसी अगुवे को कैसे तैयार करता है? बहुत बार मैंने कई मसीहियों को ये शिकायत करते हुए सुना है कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है? ये...

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आप अपना मन कहाँ लगाते हैं?

क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने, और उसके अनुसार चलने, और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था। – एज्रा 7:10

Study It (Know)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अर्थ जान लेने में लगाया, इसलिए उसने इसका अध्ययन किया। क्या आपके पास आज समय है परमेश्वर के वचन का अर्थ जानने के लिए, अर्थात इसके अध्ययन के लिए?

Practice It (Be)

एज्रा ने अपना मन परमेश्वर के वचन का अभ्यास करने में लगाया। उसने इसे सबसे पहले अपने जीवन में लागू किया। क्या आप भी वचन के अनुसार जी रहे हैं?

Teach It (Do)

एज्रा ने परमेश्वर के वचन को सिखाने में भी मन लगाया। अर्थात जिसका उसने अर्थ जाना, उसके बाद अपने जीवन में लागू किया तब जाकर दूसरों को भी सिखाया। क्या आप भी परमेश्वर के वचन को सिखा रहे हैं?