परमेश्वर के वचन का नियमित अध्ययन हमें इस योग्य बनाता है कि हम जीवन में आने वाली शैतान की चालाकियों को समझें और उसका सामना करें। परमेश्वर के वचन का अध्ययन हमें सक्षम बनाता है कि हम विरोधियों को उचित रीति से प्रतिउत्तर दे सकें। परमेश्वर का वचन हमें परमेश्वर के साथ रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद करता है। परमेश्वर के वचन का अध्ययन हमें आत्मिक रीति से बढ़ाता है और परिपक्व बनाता है। परमेश्वर का वचन हमें सेवा करने के लिए तैयार करता है। परमेश्वर का वचन हमें सही और गलत शिक्षा का मूल्यांकन करने में मदद करता है।
हमें याद रखने की आवश्यकता है कि Bible हर एक विश्वासी के लिए महत्वपूर्ण है: परमेश्वर के साथ घनिष्ठता और एकता के लिए, मसीही जीवन में वृद्धि और परिपक्वता के लिए और सेवा करने की तैयारी के लिए।