अंगूठा (The Thumb)
परिवार के लिए प्रार्थना करें।
How To Pray With Our Five Fingers? | पांच उंगली प्रार्थना नमूने से प्रार्थना कैसे करें? उनके लिये Pray करें, जो आपके सबसे करीब हैं। आपके परिवार, मित्र इत्यादि। मसीह केंद्रित परिवार के लिये Prayer करें। परमेश्वर से बुद्धि और मार्गदर्शन मांगें कि आप उनके सिद्धान्तों को लागू कर सकें। आपसी कड़वाहट, क्रोध, कलह, निन्दा, बैरभाव दूर हो, एक दूसरे को प्रेम और क्षमा कर सकें। (इफिसियों 4:31-32)
हमारे परिवार में परमेश्वर के सिद्धांत लागू हों। (इफिसियों 5:22-32) बच्चे आज्ञाकारी बने रहें, माता-पिता भी प्रभु की शिक्षा और चेतावनी देते हुए अपने बच्चों का पालन पोषण कर सकें। (इफिसियों 6:1-4) धार्मिकता में बने रहें ताकि परमेश्वर की आशीष घर में बनी रहे। (नीतिवचन 3:33) घर को परमेश्वर ही बनाये और रक्षा करे। (भजन संहिता 127:1)

यदि आप लोगों के विषय बातें करने से ज्यादा उनके लिये Prayer करने में समय बितायेंगे, तो आप कहीं बेहतर परिणाम प्राप्त करेंगे
तर्जनी उंगली (The Fore Finger)
उनके लिये Pray करें, जो आपकी अगुवाई करते आ रहे हैं। आपके शिक्षक, पास्टर, अगुवे, मेंटर, सलाहकार, इत्यादि।
कलिसिया के लिए प्रार्थना करें।
कलिसिया के विभिन्न सेवकाई संस्थाओं के बीच एकता के लिये Prayer करें। सभी परमेश्वर के राज्य को बढ़ाने वाला Kingdom Mindset रखें। Prayer करें कि विश्वासियों के जीवन से, उनके कामों से और उनके शब्दों से मसीह की गवाही हो। सभी विश्वासी एक मन रहें, एक ही प्रेम और मनसा रखें। (फिलिप्पियों 2:1-5, यूहन्ना 17:11) जिस बुलाहट से प्रभु ने बुलाया है उसके योग्य चाल चलें। (इफिसियों 4:1-3)
सभी विश्वासी लोग अपने वरदानों के द्वारा एक दूसरे का निर्माण करें और सिद्धता कि ओर बढ़ते जाएँ। सच्चाई में चलते रहें। कलीसिया प्रेम में उन्नति करती जाए। (इफिसियों 11-16) एकता में रहें। (1 कुरिंथियों 12:12-13) कलीसिया मसीह के ज्ञान की सुगंध हर जगह फैलाए, परमेश्वर के वचन में मिलावट न करे।
परमेश्वर को मध्य नज़र रखते हुए जीवन जीएं। (2 कुरिंथियों 2:14-17) कलीसिया अपनी जिम्मेदारी को पहचाने और जो मेलमिलाप की सेवा सौंपी गई है उसको अपने जीवन में पूरी करें। (2 कुरिंथियों 5:14-21)
समाज के लिए प्रार्थना करें।
Pray करें कि मसीह की सेवा समाज में फैल सके। सिर्फ अपनी नहीं, दूसरों की भलाई को भी ढूंढें। (1 कुरिंथियों 10:24) परमेश्वर के ज्ञान की सुगंध फैलती रही। (2 कुरिंथियों 2:14-16) क्योंकि आप परमेश्वर की जीवित पत्री हैं। (2 कुरिंथियों 3:5)
मध्यमा उंगली (The Middle Finger)
अधिकारियों के लिए प्रार्थना करें।
उनके लिये Pray करें, जो अधिकार वाले पद में हैं। सरकार, प्रशासनिक अधिकारी, व्यपारी वर्ग, पुलिस इत्यादि। परमेश्वर उनको बुद्धि दे, वे ईमानदार, सत्यनिष्ठ बनें और परमेश्वर उनका मार्गदर्शन करे। ताकि जिन बातों को वे दृढ़ता से बोलते हैं उनको वे समझ भी सकें। (1 तिमुथियुस 1:6-7) सबका विश्वास मनुष्यों के ज्ञान पर नहीं पर परमेश्वर की सामर्थ पर निर्भर हो। (1 कुरिंथियों 2:5)
कोई भी अपने आप को धोखा न दें और न इस संसार में अपने आप को ज्ञानी समझे क्योंकि इस संसार का ज्ञान परमेश्वर के निकट मूर्खता है। (1 कुरिंथियों 3:18-20) वे अधिकारी इसलिए हैं क्योंकि परमेश्वर ने उनको अधिकार दिया है। (रोमियों 13:1) राजा और प्रजा परमेश्वर के पीछे-पीछे चलने वाले बने रहें, तब सबका भला होगा। (1 शमूएल 12:14-15) सभी परमेश्वर से प्रार्थना करने वाले बने ताकि जो बातें समझना हमारे लिए कठिन हैं, प्रभु उनको समझने के लिए समझ दे। (यिर्मयाह 33:3)
देश के लिये प्रार्थना करें।
राष्ट्रीय पश्चाताप, पूरे देश के लोग मन फिरायें, और परमेश्वर की दया और क्षमा को ग्रहण करें। देश में जागृति के लिये Prayer करें। सभी दीन बनें, परमेश्वर से प्रार्थना करें और अपनी बुरी चाल से फिरें। (2 इतिहास 7:14) लोग परमेश्वर से लड़ने वाले न बनें क्योंकि इस काम में वे कभी भी सफल न होंगे। (2 इतिहास 13:12) लोग परमेश्वर की खोज करते रहें। (2 इतिहास 15:2, 20:3-6)
लोग परमेश्वर की आज्ञाओं को न टालें ताकि लोगों का भला हो। (2 इतिहास 24:20, 30:12, यहेजकेल 8:17-18) सब लोग परमेश्वर की खोज करते रहें क्योंकि परमेश्वर सब खोजियों पर भलाई के लिए कृपादृष्टि रखता है। (एज्रा 8:21-23)
संसार के लिये प्रार्थना करें।
Pray करें कि पूरे विश्व में जागृति आये, और पूरे विश्व के लोग परमेश्वर की आराधना करें। (भजन संहिता 2:8) सारी पृथ्वी के लोग परमेश्वर का भय मानें अर्थात परमेश्वर का आदर करें। (भजन संहिता 33:8) क्योंकि क्या ही धन्य वह समाज, जिसको परमेश्वर अपना भाग होने के लिए चुन लिया हो। (भजन संहिता 33:10-12)

अनामिका उंगली (The Ring Finger)
उनके लिये Pray करें जो कमजोर हैं, गरीब, बीमार, छोटे बच्चे, अनाथ, बेघर, निशक्त, दिव्यांग इत्यादि।
अविश्वासियों के लिए प्रार्थना करें।
Prayer करें कि वे शत्रु के चंगुल से मुक्त हों, सुसमाचार की ज्योति उन तक पहुंचे, वे मन फिरायें और मसीह पर विश्वास करें। (रोमियों 6:19-23) वे उद्धार पाएं। (रोमियों 10:1) सुसमाचार के योद्धा उन तक पहुंचे, और वे सुनकर मन फिराएं और विश्वास करें और प्रभु का नाम लें। (रोमियों 10:13-15) सत्य को भली भांति जान लें। (1 तीमुथियुस 2:4-6)
प्रभु उन्हें मन फिराव का मन दे कि वे भी सत्य को पहचान सकें। (2 तीमुथियुस 2:25-26) वे प्रभु की आवाज़ सुनकर अपने हृदय को खोलें ताकि वे भी परमेश्वर के साथ संगती कर सकें। (प्रकाशितवाक्य 3:20) वे स्वतंत्र हो सकें। (यूहन्ना 8:36) क्योंकि जहाँ भी प्रभु का आत्मा है वहां आज़ादी है। (2 कुरिंथियो 3:17)
बीमार, निराश, सताये हुए लोगों के लिए प्रार्थना करें।
परमेश्वर की दया, सामर्थ और प्रेम के लिए Prayer करें। Prayer करें कि वे लोग परमेश्वर की उपस्थिति महसूस कर सकें। (प्रेरितों 3:16) प्रभु लोगों को चंगाई दे। (फिलिप्पियों 2:27) विश्वास की प्रार्थना करें। याद रखें कि धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है। (याकूब 5:13-15) अपनी सारी चिंता प्रभु पर डाल दें क्योंकि उसको सबका ध्यान है। (1 पतरस 5:7)
परमेश्वर दया का पिता और शांति का परमेश्वर है। वह हमारे सब क्लेशों में शांति देता है ताकि हम उनको शांति दे सकें जो किसी प्रकार के क्लेश में हों। (2 कुरिंथियों 1:3-4) याद रखिए हमारा पल भर का हल्का सा क्लेश बहुत ही महत्वपूर्ण है जो अनंत महिमा उत्पन्न कराता जाता है। (2 कुरिंथियों 4:16-17) अपने प्रेम का प्रमाण दीजिए। (2 कुरिंथियों 2:8-10) परमेश्वर आपकी ओर है। (भजन संहिता 118:5-6) परमेश्वर पिता का धन्यवाद करते रहो। (इफिसियों 5:20)
कनिष्ठा उंगली (The Smallest Finger/ Pinkie Finger)
अपने लिए प्रार्थना करें।
अपनी व्यक्तिगत आवश्यक्ताओं और खुद के लिये Prayer करें। Prayer करें कि आपके काम और विचार शुद्ध हों कि आप परमेश्वर के प्रेम को फैलाने वाले बनें। आप इस प्रकार अपने लिए प्रार्थना कर सकते है कि:
सारे आत्मिक ज्ञान और समझ सहित परमेश्वर की इच्छा की पहचान में परिपूर्ण हो जाऊं। (कुलुस्सियों 1:9) सभी उत्तम बातों पर अपना ध्यान लगाये रखूं। (फिलिप्पियों 4:8) मसीह के ज्ञान की सुगंध हर जगह फैलाऊँ। (2 कुरिंथियों 2:14-15) अपनी चालचलन में पवित्र बनूँ। (1 पतरस 1:13-16)

पौलुस का प्रार्थना नमूना।
मेरे प्रिय, नीचे दिए गये प्रार्थना नमूने को मैंने भी कई बार अपने लिए इस्तेमाल किया है। ये बहुत प्रभावशाली तरीका है, क्योंकि आप सभी जानते हैं कि पौलुस ने भी ये प्रार्थनाएँ पवित्र आत्मा की प्रेरणा से ही पाई थीं।
इफिसियों 1:15-23
प्रभु मुझे अपनी पहचान में ज्ञान और प्रकाश की आत्मा दे, मेरे मन की आँखें ज्योतिर्मय हो, मैं जान लूँ कि मेरी बुलाहट की आशा क्या है अर्थात मैं इस दुनिया में क्यों हूं, या प्रभु आपने मुझे क्यों चुना है, और पवित्र लोगों में आपकी मीरास की महिमा का धन कैसा है, प्रभु मैं आपकी महान सामर्थ के उस कार्य को जान लूँ जो आपकी शक्ति के प्रभाव के अनुसार हुआ है।
अर्थात जो आपने मसीह में किया कि उसको मरे हुओं में से जिन्दा करके स्वर्गीय स्थानों में सब प्रकार की प्रधानताओं, अधिकार और हर एक नाम एक ऊपर अपनी दाहिनी ओर बैठाया और सब कुछ मसीह के पावों तले कर दिया, और उसे सब वस्तुओं पर शिरोमणि ठहराकर कलीसिया को दे दिया। प्रभु उस अधिकार को पहचान कर उसका इस्तेमाल कर सकूं।
इफिसियों 3:14-21
परमेश्वर मुझे यह दान दे कि मैं आपके आत्मा से अपने भीतरी मनुष्यत्व में सामर्थ पाकर बलवंत होता जाऊं। विश्वास के द्वारा मसीह मेरे हृदय में बसे कि मैं प्रेम में जड़ पकड़कर और नीव डालकर सब पवित्र लोगों के साथ भली-भांति समझने की शक्ति पाऊं कि आपके प्रेम की चौड़ाई और लम्बाई और ऊंचाई और गहराई कितनी है।
और मैं मसीह के उस प्रेम को जान सकूँ जो ज्ञान से परे है और प्रभु मैं आपकी सारी भरपूरी तक परिपूर्ण हो जाऊं। आप ऐसे सामर्थी परमेश्वर हैं जो कि मेरी विनती और समझ से कहीं अधिक काम कर सकते हैं, उस सामर्थ के अनुसार जो हम में कार्य करती है। कलीसिया में और मसीह यीशु में आपकी महिमा पीढ़ी से पीढ़ी और युगानुयुग होती रहे। आमीन।
शालोम